Malaysia's Penang Hill Railway, British Project, भारतीयों की मेहनत से बन...
क्या आप जानते हैं कि मलेशिया की मशहूर Penang Hill Train को बनाने में भारतीय मजदूरों का सबसे बड़ा योगदान था?
ब्रिटिश सरकार ने जब 1906 में Penang Hill Railway का निर्माण शुरू किया, तो हजारों तमिल भारतीय मजदूरों को इस कठिन और खतरनाक काम में लगाया गया। ये मज़दूर जंगलों, बारिश और ऊँचाई से लड़ते हुए 17 सालों तक इस पहाड़ी ट्रेन को बनाने में जुटे रहे।
इस वीडियो में जानिए:
🚞 Penang Hill Train का अनोखा इतिहास
🇮🇳 भारतीय मजदूरों की अनकही कहानी
🧱 किस तरह बनाया गया एशिया का सबसे खड़ी फ्यूनिक्युलर रेलवे
💰 1.5 मिलियन डॉलर के इस ब्रिटिश प्रोजेक्ट के पीछे का संघर्ष
1. शुरुआत में असफल रहा पहला प्रयास (1901-1905)
👉 ब्रिटिशों ने 1901 में पहली बार रेलवे लाइन बनाने की कोशिश की, लेकिन तकनीकी खामियों और ट्रैक की ढलान में गड़बड़ी के कारण ट्रेन चालू नहीं हो सकी।
👉 पूरी सिस्टम को बंद करके 1905 में छोड़ दिया गया था।
2. दूसरा प्रयास – स्विट्ज़रलैंड से तकनीक मंगाई गई (1906-1923)
👉 1906 में फिर से निर्माण शुरू हुआ और इस बार स्विस इंजीनियर्स की मदद ली गई।
👉 ट्रैक, केबल और ट्रॉली सिस्टम स्विट्ज़रलैंड और इंग्लैंड से इंपोर्ट किया गया।
👉 इस काम में कुल 17 साल लग गए।
3. मज़दूरों में थे ज्यादातर तमिल इंडियन
👉 कठिन पहाड़ी इलाके में काम करने वाले मज़दूरों में बड़ी संख्या में भारतीय तमिल मजदूर शामिल थे।
👉 इस निर्माण में मजदूरी बेहद कठिन और खतरनाक थी।
4. ट्रेन का निर्माण कुल 1.5 मिलियन डॉलर का प्रोजेक्ट था
👉 उस समय के हिसाब से यह बहुत महंगा प्रोजेक्ट था।
👉 इसमें ब्रिटिश सरकार के अलावा लोकल बागान मालिकों ने भी फंड दिया।
5. प्राकृतिक बाधाएं थीं बहुत बड़ी चुनौती
👉 पेनांग हिल पर भारी बारिश, कीचड़ और पत्थर खिसकने जैसी समस्याएं आम थीं।
👉 कई बार पूरा ट्रैक टूट जाता और फिर से बनाना पड़ता।
6. 1923 में ट्रेन हुई शुरू – 30 मिनट लगते थे
👉 पहली बार 1923 में ट्रेन चालू हुई और इसमें ऊपर पहुंचने में 30 मिनट लगते थे।
👉 उस समय एक टिकट की कीमत थी सिर्फ 75 सेंट।
7. पहली ट्रेन लकड़ी से बनी थी
👉 शुरुआती डिब्बे पूरी तरह लकड़ी के बने थे।
👉 बिना एसी और कांच के खुली खिड़की वाली थी।
8. 2010 में पूरी ट्रेन सिस्टम मॉडर्न हुई
👉 2010 में फुल अपग्रेड के बाद अब ट्रेन 5-7 मिनट में ऊपर पहुँचती है।
9. Avoid weekends and holidays. Too crowded.
ट्रेन टाइमिंग (Daily Timings):
🔹 सुबह 6:30 बजे से रात 8:00 बजे तक (हर दिन)
🔹 हर 15-20 मिनट में एक ट्रेन चलती है
🔹 Special trips कभी-कभी सुबह 6:00 बजे भी चलती हैं (सीजनल भीड़ के हिसाब से)
ट्रेन में कुल सफर का समय:
🔹 केवल 5-7 मिनट में Summit (ऊपर) तक पहुँचा देती है
🔹 यह Asia की सबसे तेज़ और खड़ी फ्यूनिक्युलर रेल में से एक है
🔹 ट्रैक की लंबाई: 1.996 km
🔹 अधिकतम ढलान: 27.9° डिग्री
टिकट की कीमतें (Ticket Prices):
🎟️ Non-Malaysian (Tourists):
Category One-Way Return Ticket
Adult RM 15 RM 30
Child (4-12 yrs) RM 8 RM 16
Senior Citizen RM 8 RM 16
👉 भारतीय मुद्रा में (1 RM ≈ ₹18.5):
Return टिकट: वयस्क ₹550-₹600, बच्चों का ₹300 के करीब
यह सिर्फ एक ट्रैक नहीं, बल्कि भारतीय मेहनत और साहस की विरासत है।
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